जिस प्रकार जल के देवता वरुण देव और रस के देवता सूर्यदेव है, वर्षा के अधिपति इन्द्र हैं, ताप के देवता अग्निदेव हैं, प्राण के देवता वायुदेव हैं, उसी प्रकार धन- सम्पत्ति के अधिपति श्री कुबेरदेव हैं I ये यक्षपति हैं और समस्त५ संसार कि भौतिक संपदा का स्वामित्व इन्हें प्राप्त है I भौतिक सम्पन्नता से अभावग्रस्त, दरिद्रता पीड़ित व्यक्ति जो धन- संपदा कि, वैभव- विलास कि कामना रखते हैं, उनके लिए कुबेर देवता का यह यंत्र उनकी प्रतिमा के तुल्य प्रभावशाली माना गया है I इसकी नियमित रूप से पूजा करने वाला व्यक्ति दरिद्रता के अभिशाप से मुक्त होकर सुखी व सम्पन्न जीवन व्यतीत करता है I अतः आज ही इस यंत्र को अपने घर में स्थापित कीजिये I