गणपति मन्त्र

समस्त देवताओं में अग्रगण्य, विघ्नविनाशक भगवान गणेश जी सभी शुभ फलों को देने वाले हैं I इनकी साधना के बिना सिद्धियां संभव नहीं I अकेले गणेश जी ही सब कुछ देने में सक्षम हैं I
सिद्धलक्ष्मी गणपति प्रयोग लक्ष्मी गणेश जी के संयुक्त रूप का ध्यान करते हुए इस मन्त्र का जाप करें I
विनियोग: ॐ अस्य श्री गणपति महा मंत्रस्य गणक ऋषि, निचृद गायत्री छन्द:, महागणपति: देवता, सिद्ध लक्ष्मी गणपति मन्त्र जपे विनियोग: I
मन्त्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरदे नमः II
इस मन्त्र का निश्चित समय में, नियमों में, हल्दी माला से पीले आसन में बैठकर, पीला भोजन करते हुए सवा लाख जाप करें I जाप के अंत में दशांश हवन करें I इससे मन्त्र सिद्ध होकर गणेश एवं लक्ष्मी जी की कृपा को प्रदान करके सांसारिक उन्नति देता है I
इससे संबंधित पूर्ण साधना विधि, शुद्ध सामग्री एवं दिशा निर्देश, शुद्ध उच्चारण प्राप्त करें मात्र Rs. 3100/-

II मंगल गणपति स्तोत्र II

पद्म पुराण के अनुसार जो व्यक्ति इस स्तोत्र का दिन में एक बार पाठ करता है उसके रोजमर्रा के जीवन से अडचनें दूर होकर सफलताएँ मिलने लगती हैं I आप इसे आजमाएं I

II स्तोत्र II

गणपति: विघ्नराजो लम्बतुन्ड़ो गजानन: I
द्वै मातुरश्च हेरम्ब एकदंतो गणाधिप: II
विनायक: चारूकर्ण: पशुपालो भवात्मज: I
द्वादश एतानि नामानि प्रात: उत्थाय य: पठेत् II
विश्वम तस्य भवेद् वश्यम् न च विघ्नम् भवेत् क्वचित् I