1. किसी शुभ समय में आप अभिमंत्रित "कार्य सिद्धि यंत्र" लें अथवा सवा लाख मंत्रों से स्वयं या ब्राह्मण से अभिमंत्रित करवाएं I फिर अपनी इच्छा को सफेद कागज पर लाल चन्दन से लिखकर 11 अगरबत्ती से उसको उसरें व कार्य सिद्ध होने पर कोई कार्य प्रभु के नाम पर करने का प्रण लें I कागज की चार तह बनाकर यंत्र के नीचे रख दें तथा नियमित रूप से पाँच चन्दन की अगरबत्ती हाथ में लेकर अपनी इच्छा को यंत्र के सामने 21 बार दोहराएं I अगरबत्ती को मुख्यद्वार पर लगा दें I कुछ ही दिनों में आपका कार्य सिद्ध हो जाएगा I
2. किसी शुभ समय में आप 9 गुणित 9 का अष्टधातु का पिरामिड लेकर किसी शुद्ध स्थान पर अथवा अपने पूजा स्थल पर रखें I अपनी इच्छानुसार कागज का प्रयोग करें यथा आर्थिक लाभ के लिए पीला, प्रेम के लिए सफेद, शत्रु हानि के लिए लाल तथा अन्य कार्य के लिए नीले का प्रयोग करें I कागज चौकोर होना चाहिए I कार्यानुसार रंग के कागज पर लाल चन्दन से अपनी इच्छा लिखकर कागज पर गुग्गुल की धूप व चन्दन की अगरबत्ती से धुआँ देकर पिरामिड के नीचे दबा दें I फिर पाँच अगरबत्ती लेकर पुन: अपनी इच्छा को 11 बार दोहराएं I फिर शत्रु नाश के लिए भूमि पार, प्रेम के लिए शयनकक्ष में, आर्थिक लाभ के लिए किसी शुभ स्थान पर तथा अन्य कार्य के लिए मुख्यद्वार पर उन अगरबत्ती को लगा दें I फिर नियमित रूप से इसी प्रकार से 11 बार अपनी इच्छा दोहराएं I कुछ ही समय में आपकी इच्छा पूर्ण ही जाएगी I
3. आपके घर में यदि तुलसी का पौधा है तो आप यह उपाय आसानी से कर सकते हैं, इस उपाय में आप किसी शुभ समय में 31 सिक्के एक रूपये के, 20 सिक्के दो रूपये के, 10 सिक्के पाँच रूपये के तथा एक चवन्नी, इन सबको आप तुलसी के गमले की मिट्टी में दबा दें और एक तुलसी की माला को अर्पित कर धूप- दीप से पूजन करें I जल अर्पित करनें के बाद अपने कार्य को सिद्ध करने का निवेदन करें तथा 11 परिक्रमा लगायें I इसके बाद आप नियमित रूप से पूजन करें I जब आपका कार्य सिद्ध हो जाये उस दिन सारे रूपये निकल कर सफेद प्रसाद लेकर 9 वर्ष से कम आयु की कन्याओं को दें तथा माला किसी ब्राह्मण को दे दें I कार्य सिद्ध होगा I