1. दूध न पचने पर : किसी बच्चे को दूध न पचता हो अथवा व माँ का दूध पिटे ही उलट देता हो तो आप शनिवार को सवा सौ ग्राम कच्चा दूध लेकर बच्चे के ऊपर से सात बार उसार कर वह दूध किसी काले कुत्ते को पिला दें I
2. बच्चे को अंधेरे में भय लगता हो बच्चे को अंधेरे में भय लगता हो अथवा कहीं अकेले में जाने में घबराता हो तो आप शुक्ल पक्ष के मंगलवार को श्री हनुमान चालीसा की छोटी से छोटी पुस्तक की व्यवस्था कर उस पुस्तक को हनुमान जी को अर्पित कर उनके दायें कंधे के सिंदूर से तिलक कर बच्चे को सामने लाल आसन पर बिठा कर उस पुस्तक में से श्री हनुमान चालीसा का पाठ 11 बार करें I उस पुस्तक को छोटा रूप देकर किसी तांबे के ताबीज में रखकर बच्चे को धारण करवा दें, इससे भय दूर होगा I
3. नजर जल्दी लगती हो : किसी बच्चे को जल्दी- जल्दी नजर लगती हो तो आप मंगलवार को बच्चे को सामने बिठा कर श्री हनुमान बाहुक का 5 बार पाठ करें I प्रत्येक पाठ के बाद आप उस पर फूंक मारें I एक तांबे का कड़ा लेकर प्रभु के चरणों में अर्पित कर उसके दायें हाथ में धारण करवा दें I
4. बच्चा जल्दी-जल्दी बीमार होता हो : शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार को आप बच्चे के दायें हाथ का अष्ट धातु का कड़ा बनवाकर लायें और श्री हनुमान जी के चरणों में रख दें I शनिवार को आप हनुमान जी के दायें चरण का सिंदूर कड़े पर लगाकर एक बार पंचमुखी श्री हनुमंत कवच के साथ, एक बार बजरंग बाण, एक बार हनुमान बाहुक तथा 11 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और कड़े को प्रभु के चरणों से स्पर्श करवाकर अपने बच्चे को बुरी नजर व बार- बार होने वाली बीमारी से मुक्त करने का निवेदन कर बच्चे को धारण करवा दें I
5. नींद में मूत्र त्याग : आपका बच्चा यदि सोते समय मूत्र त्याग करता हो तो शमशान से थोड़ी सी मिट्टी लाकर किसी चांदी के छोटे से पात्र में रखकर बच्चे के हाथ से पीपल के नीचे दबवा दें I बच्चा सोते समय मूत्र त्याग बंद कर देगा I
6. कई बच्चे ऐसे होते हैं जो सोते- सोते अचानक डर से हिल जाते हैं, ऐसे बच्चों के सिरहाने यदि मोरपंख रख दिया जाये तो उनका डरना बंद हो जाता है I
7. किसी बच्चे के दांत निकलने में समस्या दे रहे होँ तो उसके गले में मछली का दांत अथवा सात सीपी की माला धारण करवा दें I दांत आसानी से निकल आयेंगे I
8. किसी बच्चे के गोरे रंग के कारण बार- बार नजर लगती हो तो उसके गले में पारद गुटिका धारण करवा दें I
9. कोई बच्चा यदि अधिक शैतानी करता है तो उसके गले में चाँदी के चन्द्र में मूनस्टोन अथवा मोती जड़वाकर धारण करवा दें, बच्चा शैतानी करना कम कर देगा I
10. कभी- कभी कोई बच्चा बिना बात के रोता ही रहता है I कारण का भी पता नहीं चलता है I कभी किसी बच्चे को बुखार आ जाता है I इसके निवारण के लिए आप किसी कागज में थोड़ी सी गंधक, नमक, आटे में निकलने वाली चोकर, सात लाल साबुत मिर्च व झाड़ू की सींख का तिनका बांध कर बच्चे की पीठ चूल्हे की ओर करवा कर उस पर से सात बार उसार कर उसकी दोनों टाँगों के बीच से निकल कर फेंक दें I समस्या का समाधान हो जाएगा I