1. किसी रोग की कोई भी दवा जब आरम्भ करें तो उस दवा को प्रथम बार किसी शिव मंदिर में अर्पित कर भगवन शिव से अपने रोगी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर दवा आरम्भ करें I इस उपाय से दवा रामबाण का काम करती है I
2. सामान्य रोगी के लिए आप उसके पीने वाले जल में कुछ मात्रा गंगाजल की मिला दें, लाभ होगा I
3. रोगी जिस शैय्या पर सोता है उस पलंग के पाये में चांदी के तार में एक अभिमंत्रित गोमती चक्र को बांध दें I फिर देखें की रोगी कितनी जल्दी स्वस्थ होता है I
4. यह प्रयोग भी बहुत प्रभावी है I इसके लिए आप भगवान धन्वन्तरी की तस्वीर की व्यवस्था करें तथा विधि से पूजन कर तांबे के पात्र में जल रखकर निम्न मन्त्र का 1100 बार जाप करते हुए जल में फूंक दें I जल को आप रोगी को पिलाएं I
मन्त्र- " अच्युदानंदा गोविन्दा विष्णो नारायणामृता I
रोगान्मे नाशयाशेषा ना सु धनवंतरे हरे" II
5. किसी भी प्रकार के रोग में कोई भी दवाई चल रही हो परन्तु फिर भी रोगी ठीक न हो रहा हो तो आप स्वयं या किसी ब्राह्मण के द्वारा भगवान शिव के मंदिर में बैठकर अपने सामने तांबे के पात्र में जल भरें तथा फिर कम से कम 5 माला श्री महामृत्युंजय मन्त्र का जाप करें I प्रत्येक माला के बाद उस जल में प्रभु का नाम लेकर फूंक दे I फिर उस जल को आप रोगी को दिन में तीन बार पिलाएं I रोगी आश्चर्यजनक रूप से स्वस्थ होगा I जब रोगी स्वस्थ हो जाये तो आप भगवान शिव के नाम पर कुछ करना न भूलें I
6. रोगी को आप जो जल दें उस जल के अतिरिक्त किसी तांबे के पात्र में 101 बूंद गंगाजल मिलाकर साथ ही "श्री राम रक्षा स्त्रोत" का पृष्ठ डुबो दें फिर उस जल को रोगी को पिलाएं I अवश्य लाभ मिलेगा I यह ध्यान रखें की कागज की जो लुगदी बन गई हो उसे भी शुद्ध जल में ही प्रवाहित करें I