1. अध्ययन करने वाले बच्चे सदैव पूर्वमुखी होकर ही अध्ययन करें I परीक्षा के समय उत्तरमुखी होकर अध्ययन कर सकते हैं I इससे इनकी स्मरणशक्ति अच्छी होने के साथ ही विषय अच्छी तरह याद रहता है I
2. यदि कोई बच्चा बार- बार किसी परीक्षा में असफल हो रहा हो तो वह श्री सरस्वती जयंती पर भोजपत्र पर अष्टगंध में गंगाजल मिला कर निम्न मन्त्र को लिखकर अपने सामने माँ सरस्वती कि तस्वीर रखकर 108 बार निम्न मन्त्र का जाप करे I फिर भोजपत्र को चांदी के ताबीज में बांधकर अपने दायें हाथ में अथवा गले में बांध ले I अब जब भी अध्ययन आरम्भ करे तो इस मन्त्र का एक बार मानसिक जाप अवश्य करे I कुछ ही दिनों में चमत्कार सामने होगा I
3. मन्त्र- "ॐ सरस्वती वाग्वादिनी काश्मीरवासिनी हंस वाहिनी बहु बुद्धिधायिनी मम जिव्हा ग्रहे स्थिर भव स्वाहा:"
4. रविवार को जल में रोली, शक्कर व गुलाब का पुष्प डालकर सूर्य देव को अर्पित करें तथा किसी लाल वस्तु को दान करें I मंदिर में माचिस का जोड़ा अर्पित करने के साथ भोजन नमक रहित करें I
5. गुरुवार को सूर्यास्त से ठीक पहले किसी दोने में पाँच अलग- अलग मिठाई तथा हरी इलायची का जोड़ा पीपल के वृक्ष के नीचे अर्पित करें I ऐसा लगातार तीन गुरुवार को करें I
6. विद्यार्थी अपने अध्ययन कक्ष में माँ सरस्वती कि तस्वीर अवश्य लगायें तथा नियमित अध्ययन से पहले तस्वीर पर तीन अगरबत्ती अर्पित अवश्य करें I
7. यदि किसी बच्चे को कोई विषय याद करने में कोई समस्या आ रही है तो वह उस विषय को आपनी जिह्वा (जीभ) को तालू से लगाकर याद करें, उसे तुरंत याद हो जाएगा I
8. जिन बच्चों कि स्मरण शक्ति कमजोर हो उनको नियमित रूप से 11 तुलसी के पत्तों का रस मिश्री के साथ देने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है I
9. जो बच्चे पढ़ते समय शीघ्र ही सोने लगते हैं अथवा मन भटकने के कारण अध्ययन नहीं कर पाते हैं तो उनके अध्ययन कक्ष में हरे रंग के पर्दे लगवाएं I जब भी अध्ययन के लिए बैठें तब वह सरस्वती का ध्यान कर 21 बार- " ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" का जाप करें I
10. शुक्लपक्ष में प्रथम रविवार को इमली के 22 पत्ते लाकर उनमें से 11 पत्ते सूर्यदेव को अर्पित कर शेष बचे पत्ते अपने किसी भी पुस्तक में रखने से पढाई में अधिक मन लगता है I
11. प्रात: सूर्योदय के समय बाल गीले कर सूर्य के समक्ष हाथ फैलाकर 21 गायत्री मन्त्र का जाप करें I मन्त्र के बाद तीन बार "ॐ" का उच्चारण करें, फिर 11 बार पुन: गायत्री मन्त्र का उच्चारण कर हथेलियों को आपस में रगड़ कर अपने मुख पर फिरायें I इस प्रयोग से बच्चे की स्मरण शक्ति में वृद्धि होगी I यदि बच्चा नियमित रूप से यह प्रयोग करता है तो उसे परीक्षा उत्तीर्ण करने में आसानी होगी I